मशहूर तमिल गायिका उमा रामानन का निधन, 72 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस
Uma Ramanan Passed Away
Uma Ramanan Death: अपनी मखमली आवाज के जादू से लाखों लोगों को दीवाना बनाने वाली फेमस तमिल सिंगर उमा रामनन का बुधवार, 1 मई को निधन हो गया. उन्होंने 69 साल की उम्र में इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह दिया. सिंगर के निधन से उनके फैंस और तमिल इंडस्ट्री सदमे में हैं. उनका निधन कैसे हुआ अभी इसकी वजह पता नहीं चल पाई है. ना ही उनके अंतिम संस्कार के संबंध में ज्यादा जानकारी मिली है.
उमा के निधन से सदमे में फैंस और साथी कलाकार
उमा के परिवार में उनके पति एवी रामानन और उनका बेटा विग्नेश रमनन हैं. दिवंगत गायिका के पति भी एक सिंगर हैं. वहीं उमा के निधन की खबर के बाद से इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है. तमाम कलाकार और फैंस सिंगर को सोशल मीडिया पर श्रद्धांजली दे रहे हैं.
उमा का तीन दशक लंबा एक सफल करियर रहा
उमा ने तीन दशक लंबा एक सफल करियर का आनंद लिया. उनकी जर्नी 1977 में फिल्म श्री कृष्ण लीला के लिए एसवी वेंकटरमन द्वारा कंपोज सॉन्ग "मोहनन कन्नन मुरली" से शुरू हुई थी.उमा के गले में मां सरस्वती का वास था. उन्होंने पज़ानी विजयलक्ष्मी के अंडर शास्त्रीय संगीत में ट्रेनिंग लेने के बाद, उमा ने एवी रामानन के साथ मुलाकात की.उस समय, रामानन अपने स्टेज शो और संगीत कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए टैलेंटेड सिंगर् की तलाश में थे. इसके बाद मंच पर और बाहर दोनों जगह उमा और एवी रामानन की जोड़ी बन गई. आख़िरकार, वे शादी के बंधन में बंध गए.
इलैयाराजा के साथ जुड़ाव ने उमा को दिलाई खूब पॉपुलैरिटी
हालांकि उमा ने अपने पति के लिए कई गाने गाए, लेकिन इलैयाराजा के साथ उनके जुड़ाव ने उन्हें खूब पे्म दिलाया था. उमा को इलैयाराजा के म्यूजिकल निज़ालगल के गीत पूंगथावे चोचा थकावई से तमिल फिल्म इंडस्ट्री में काफी पॉपुलैरिटी मिली थी. फिर इन दोनों के बीच एक शानदार साझेदारी रही जिसके चलते 100 से अधिक गाने बने जो पीढ़ी दर पीढ़ी दर्शकों के बीच गूंजते रहे. दिवंगत गायक ने एमएसवी, शंकर-गणेश, टी राजेंदर, देवा, एसए राजकुमार, चिली, मणि शर्मा, श्रीकांत देवा और विद्यासागर जैसे कई संगीतकारों के साथ काम किया है. उमा और एवी रामानन ने हिंदी फिल्म प्लेबॉय के लिए एक गाना भी गाया था.
35 सालों में 6,000 से ज्यादा म्यूजिक कॉन्सर्ट किए
उमा रामानन एक ट्रेंड क्लासिकल सिंगर थीं और उन्होंने 35 सालों में 6,000 से ज्यादा म्यूजिक कॉन्सर्ट में अपनी आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध किया था.उमा रामानन का आखिरी गाना विजय की 'थिरुपाची' के लिए 'कन्नुम कन्नुम्थान कलंदाचू' था. मणि शर्मा द्वारा कंपोज इस सॉन्ग को उन्होंने हरीश राघवेंद्र और प्रेमजी अमरेन के साथ गाया था.